Sunday, September 13, 2009

लकड़ी की कांठी / मासूम (GULZAR)

लकडी की काठी काठी पे घोड़ा घोडे की दुम पे जो मारा हथौडा दौड़ा दौड़ा दौड़ा
घोड़ा दुम उठा के दौड़ा घोड़ा पहुँचा चौक में, चौक में था नाइ घोड़ेजी की नाइ ने हजामत जो
बनाई चग-बग चग-बग चग-बग चग-बगघोड़ा पहुँचा चौक में,
चौक में था नाइ घोड़ेजी की नाइ ने हजामत जो
बनाई दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा घोड़ा था
घमंडी पहुँचा सब्जी मण्डी सब्जी मण्डी बरफ पड़ी थी
बरफ में लग गई ठंडी चग-बग चग-बग चग-बग चग-बगघोड़ा
था घमंडी पहुँचा सब्जी मण्डी सब्जी मण्डी बरफ पड़ी थी
बरफ में लग गई ठंडी दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा अपना तगडा है देखो कितनी चरबी है चलता है महरौली में पर घोड़ा अपना अरबी है
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बगघोड़ा अपना तगडा है
देखो कितनी चरबी हैचलता है महरौली में पर घोड़ा अपना अरबी
है बांह छुडा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
लकडी की काठी काठी पे घोड़ा घोडे की दुम पे जो मारा हथौडा दौड़ा दौड़ा
दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

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